बी० ए० /बी०एस०सी०/ बी०काम० में
संस्कृत विषय के
पाठ्यक्रम का पुनः संयोजन
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
प्रस्तुति
संस्कृत विभाग,सनातन धर्म कालेज (लाहौर),अम्बाला छावनी।
कारण / उद्देश्य
१. उपयोगिता,
२. सार्थकता,
३. प्रासङ्गिकता,
४. वर्तमान परिस्थितियों के प्रति अनुकूलता,
५. यथार्थपरकता
६. आजीविका
७. वैचारिकता
८. जीवन दृष्टि
९. जीवन पद्धति
१०. छात्रों के प्रति जवाबदेही [उत्तरदायित्व]
११. छात्रों का व्यक्तित्व निर्माण
१२. संस्कृत की प्रतिष्ठा [औद्योगिक एवम् सामाजिक]
१३. संस्कृत की उपलब्धियाँ
१४. रुचिरता
१५. आकर्षण [ग्लैमर]
१६. स्मार्ट एवम् डायेनेमिक
१७. अग्रसरता एवम् परिवर्तनशीलता
१८. मार्किट डिमाण्ड
ध्येयलक्ष्य
आजीविका-प्राप्ति एवम् आत्मशंसी
अध्यापन-विधि-निर्देश
१. प्राध्यापक कक्षा में पाठ्यक्रम के विषय का सन्दर्भ, प्रश्न, समस्याएँ, मूल्याङ्कन एवम् समालोचना स्पष्ट करें।
२.परीक्षा में केवल समसामयिक विचारनिष्ठ प्रश्न होंगे।
बी० ए० प्रथम वर्ष प्रथम सेमेस्टर- [९० अङ्क, ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. अन्तःकरण-विज्ञान (मनोविज्ञान) [संकलित शास्त्र]
ख. इतिहास [संस्कृत साहित्य वैदिक एवम् लौकिक]
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा ७.० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पाँईट]
१.शब्द रूप, २. धातु रूप [पांच लकार में], ३. स्वर सन्धि, ४. अलङ्कार
[वर्ड, एक्सेल में टाईप कर के दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट बना कर प्रस्तुत करना]
बी० ए० प्रथम वर्ष द्वितीय सेमेस्टर- [९० अङ्क, ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. समाज-विज्ञान [संकलित शास्त्र]
ख. औषधि-विज्ञान (संकलित शास्त्र)
ग. मानवाधिकार (संकलित शास्त्र)
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत[बरहा ७.० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पाँईट, ई-मेल]
१.अनुवाद, २. कृदन्त , ३. विसर्ग, व्यञ्जन सन्धि, ४. तद्धित, ५. सन्नन्त, ६.कारक, ७. छन्द
[वर्ड, एक्सेल में टाईप कर दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट बना कर प्रस्तुत करना, ई-मेल करना]
बी० ए० द्वितीय वर्ष तृतीय सेमेस्टर- [९० अङ्क, ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. राजनीति-विज्ञान, शासन-प्रबन्धन [संकलित शास्त्र]
ख. पर्यावरण-विज्ञान (संकलित शास्त्र)
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा आई०एम०ई० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर-पाँईट, ई-मेल, ब्लाग]
१.संज्ञा प्रकरण, २. समास, ३. अनुवाद ४.अशुद्धिसंशोधन ( पुस्तक –शुद्धिकौमुदी),
[वर्ड, एक्सेल में टाईप कर दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट्, ब्लाग बना कर प्रस्तुत करना]
बी० ए० द्वितीय वर्ष चतुर्थ सेमेस्टर- [९० , अङ्क ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. ज्योतिष एवम् वास्तुशास्त्र [संकलित शास्त्र]
ख. आयुर्वेद एवम् योग [संकलित शास्त्र]
ग. व्यक्तित्व विकास
प्रायोगिक- ४० अङ्क
१. सम्भाषण-कौशल
२. सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा आई०एम०ई० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पांईट, ई-
मेल, ब्लाग]
क. श्लोक संग्रह तथा उनका अनुवाद, [विभिन्न विषयों पर कम से कम ५० श्लोक टङ्कित करने
हैं]
ख.[वर्ड, एक्सेल में टाईप करके दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट, ब्लाग बना कर प्रस्तुत करना]
बी० ए० तृतीय वर्ष पञ्चम सेमेस्टर- [९० अङ्क, ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. दर्शनशास्त्र (सिद्धान्त एवम् अवधारणाएँ)[संकलित शास्त्र]
ख. साहित्यशास्त्र, नाट्यशास्त्र (सिद्धान्त एवम् अवधारणाएँ)[संकलित शास्त्र]
प्रायोगिक- ४० अङ्क
१. सम्भाषण कौशल
२. सङ्गणकीय संस्कृत [ आई०एम०ई० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पांईट, ई-मेल,
ब्लाग]
क. गद्य संकलन एवम् अनुवाद,[ कम से कम २५ पृष्ठ ए-४ साईज़ के टङ्कित करने हैं।]
ख. [वर्ड, एक्सेल में टाईप करके दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर्र-पाँईट, ब्लाग बना
कर प्रस्तुत करना]
बी० ए० तृतीय वर्ष षष्ठ सेमेस्टर- [९० अङ्क ६+६ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. प्रबन्धन, आर्थिक विचार, ६४कलाएँ [संकलित शास्त्र]
ख. वैज्ञानिक शब्दावली एवम् अवधारणाएँ [संकलित शास्त्र]
ग. धर्मशास्त्राधारित कर्मकाण्डीय अवधारणाएँ
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा ई०एम०ई० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पांईट, ई-मेल, ब्लाग]
आंग्ल भाषा से संस्कृत तथा संस्कृत से आंग्ल भाषा में अनुवाद (कम से कम १० पृष्ठ ए-४ साईज़ के टङ्कित करने हैं]
[वर्ड, एक्सेल में टाईप कर दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पी० पी० टी०, ब्लाग बना कर प्रस्तुत करना]
बी० एस० सी० द्वितीय वर्ष तृतीय सेमेस्टर- [९० अङ्क ६+३ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क.संस्कृत वाङ्मय का इतिहास
ख.तर्क-संग्रह
ग. मानवाधिकार
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा ७.० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पाँईट]
१. शब्द रूप, २. धातु रूप [पांच लकार में], ३. स्वर सन्धि
२. ५० श्लोकों का टङ्कन
[वर्ड, एक्सेल में टाईप करके दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट बना कर प्रस्तुत करना]
बी० एस० सी० द्वितीय वर्ष चतुर्थ सेमेस्टर- [९० अङ्क , ६+३ कक्षा]
वैचारिक/ सैद्धान्तिक- ५० अङ्क
क. मनोविज्ञान की संकलित अवधारणाएँ
ख. आयुर्वेदीय औषधि-विज्ञान (भावप्रकाश)
ग. ज्योतिष
प्रायोगिक- ४० अङ्क
सङ्गणकीय संस्कृत [बरहा ई०एम०ई० साफ़्टवेयर द्वारा वर्ड, एक्सल, पावर पांईट, ई-मेल, ब्लाग]
गद्य संकलन एवम् अनुवाद, [(आंग्ल भाषा से संस्कृत तथा संस्कृत से आंग्ल भाषा में अनुवाद)
कम से कम १० पृष्ठ ए-४ साईज़ के टङ्कित करने हैं]
[वर्ड, एक्सेल में टाईप करके दिखाना और किन्हीं दो विषयों पर पावर-पाँईट, ब्लाग बना कर
प्रस्तुत करना]
विषय-सामग्री सहायक-ग्रन्थसूची-
- वैद्यकीयसुभाषितसाहित्यम् – भास्कर गोविन्द घाणेकर, चौखम्बा सँस्कृत सस्थान, वाराणसी। वि०स० २०३३
- ज्योतिष मकरन्द – भास्करानन्द लोहनी, रंजन पब्लिकेशन्स, दिल्ली। १९८०
- भैषज्यरत्नावली – गोविन्ददास,(चन्द्रप्रभा व्याख्या – जयदेव विद्यालंकार), सम्पादक – नरेन्द्रनाथ, लाल चन्द्र वैद्य, हरिदत्त शास्त्री, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली।
- फ़लदीपिका –मार्कण्डेय भट्टाद्रि, (भावार्थबोधिनी टीका) – सम्पादक –गोपेश कुमार ओझा, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली। २००४
- आयुर्वेदीय हितोपदेश – रणजीत राय देसाई, श्री बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन लिमिटिड, दिल्ली। २००७
- चरक संहिता (पूर्वोभागः, उत्तरोभागः), (अग्निवेशेन प्रणीता, चरकेण प्रतिसंस्कृता), तन्त्रार्थदीपिका व्याख्या – जयदेव विद्यालङ्कार, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली। २००७
- तर्कसंग्रहतत्त्वदीपिका जयराम रेड्डी बाम्बे संस्कृत सीरिज बम्बई, 1930
- पातंजल योगदर्शन - रमाशंकर भट्टाचार्य, भारतीय विद्या प्रकाशन, वाराणसी।
- संस्कृत साहित्य का इतिहास, डा० राधा वल्लभ त्रिपाठी(उपकुलपति-राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान,नवदेहली)
- काव्यादर्श – सं०- रामचन्द्र मिश्र, चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, 1957
- भावप्रकाश-पं०लाल चन्द्र जी वैद्य
- वनौषधि निदर्शिका ,प्रो.राम सुशील सिंह
- औषधानाम् रूप विज्ञानम्,डा०संजीव कुमार लाल
- समराङ्गणसूत्रधार
- मयमतम्
- वास्तुराजवल्ल्भ
- अवहकड़ाचक्रम्
- नित्यकर्मपूजाप्रकाश्
- भारतीय वास्तु शास्त्र (संकलनकर्ता-डा०शुकदेव चतुर्वेदी,श्री लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ,कटवारिया सराय,नवदेहली-११००१६
- गरूड़ पुराण
- विश्रुतचरितम्
- .मनुस्मृति
- याज्ञवल्कयस्मृति
- वाल्मीकिरामायण
- सन्धि प्रकरण, डा० जनार्दन हेगड़े, संस्कृतभारती,’अक्षरम्’ , ८ उपमार्गः,२ घट्टः, गिरिनगरम्,बेङ्गलूरु-५६००८५
- समास प्रकरण, डा० जनार्दन हेगड़े, संस्कृतभारती,’अक्षरम्’ , ८ उपमार्गः,२ घट्टः, गिरिनगरम्,बेङ्गलूरु-५६००८५
- कारक प्रकरण, डा० जनार्दन हेगड़े, संस्कृतभारती,’अक्षरम्’ , ८ उपमार्गः,२ घट्टः, गिरिनगरम्,बेङ्गलूरु-५६००८५
- शुद्धिकौमदी, डा० जनार्दन हेगड़े, संस्कृतभारती,’अक्षरम्’ , ८ उपमार्गः,२ घट्टः, गिरिनगरम्,बेङ्गलूरु-५६००८५
- वृत रत्नाकर,पिङ्लविरचितम्अ
- श्रुतबोध,कालिदासविरचितम्
- कौटिल्य-अर्थशास्त्र